घडी की  सुइयां,  प्यार की दुश्मन लगती  हैं, 
इंतज़ार सदियों सा, दीदार पल भर का बना देती हैं,
ये कायिनात रुक जाये, जब प्यार का दीदार हो,
अब तो रह- रह कर, दिल की धड़कन यही दुआ किया करती है.....
इंतज़ार सदियों सा, दीदार पल भर का बना देती हैं,
ये कायिनात रुक जाये, जब प्यार का दीदार हो,
अब तो रह- रह कर, दिल की धड़कन यही दुआ किया करती है.....

 
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