Sunday, June 26, 2011

फर्क सिर्फ इतना है....



वो  चाह  कर  भी  याद  नहीं  रख  पाते ,
हम  चाह  कर  भी  उन्हें  भूल  नहीं  पाते ....

वो  कुछ  पल ,

और  हम  ज़िन्दगी  भर  उन्हें  महसूस  करना  चाहते  हैं ....
वो  आँखों  से ,
और  हम  उन्हें  दिल  से  महसूस  किये  जाते  हैं ....

वो  आते  हैं  और  हँस  के  निकल  जाते  हैं ,
हम  आंखें  नम  कर  बस  बैठे  रह  जाते  हैं .....
दिल  हमने  दिया ,
दिल  की  हर  बात  को  हम  सीने  से  लगाते  हैं ,
वो  तो  बस  हंसी  में  सब  बातें  उड़ाते  हैं .....

उनकी  हर  बात  इस   दिल  की  गहराईओं   को  छु  जाती  है  ,

हम  सब  चाह  कर  भी  कुछ  न  कह  सके ....
याद  हम  रहे  न  रहे , फर्क  सिर्फ  इतना  है ,
वो  दिल  में  हमारे  घर  कर  गए ........  

Saturday, May 14, 2011

तेरा साथ....



मुस्कुराहट  के  तेरी  हम  कायल , बातों  पे  तेरी  हम  फ़िदा ,
होंठों  पे  आती  है  मुस्कुराहट , जब  होता  है  तू  हमपे  मेहरबान....

साथ  तेरा  पाकर , खुद  पे  इतराते  हैं  हम ,
हर  पल  तेरे  करीब  रहें , सिर्फ  यही  चाहते  हैं  हम ....
 
करीब  तुझे  पा  कर , इक  सकूं  सा  मिलता  है ,
तू  है  मेरा  अपना , ये  सोच  कर  दिल  खिल  उठता  है ....

दिल  की 
गहराईओं   से  उठती  है  आवाज़  ये  अब  हर  दम ,
तू  जो  साथ  है , तो  हमे  कुछ  नहीं  गम .....


Monday, April 18, 2011

कशिश.....


इंतज़ार  रुलाता  है , तकरार  भी  रुलाती  है,
चाहते  तो  सिर्फ  प्यार  हैं ,
मगर  तेरी  हर  बात  हंसती  है ,  फिर  रुलाती  है ...
दूर  जाना  चाहें   तो  जायें   कैसे ?
तेरी  हर  बात  हमे   वापिस  खिंच   के  ले  आती  है ...

वफ़ा.....

 
वफ़ा  की  उम्मीद  कैसी  हमसे ? तुमने  जब  दिल  दिया  ही  नहीं ,
जान  कर  इस  दिल  की  बातें , कुछ  जब  तुमने  कहा   ही  नहीं ..
खिलौना  बना  कर  कुछ  देर  खेला  इस  दिल  से ,
अब  जाते - जाते   कह  गए , हम  ही  उस  दिल  के  काबिल  नहीं !!....

Tuesday, March 29, 2011

उनका ख्याल......


झुकी  आँखों  में  तस्वीर  छिपी  है  उनकी,
भीनी  मुस्कान  में,  बस  उन्ही  का  ख्याल  है,
हर  जगह,  हर  शक्स  में,  वो  दिखता  है  हमे,
ऐ, नींद  चुराने  वाले,  न  जाने  तेरा  कैसा  है,
हमारा  तो  रात -दिन  कुछ  अजीब  सा  हाल  है.....

निगाहों की जुबां ....


इस  दिल  की  बातें  गर  तेरी  आंखें  समझ  जाती ,
बिन  बोले  ही  दास्ताने   दिल  बयान  हो   जाती ,

उनसे  नज़रों   का   मिलना , मिल   कर  उनका  हमसे  नज़रें  चुरा  लेना,
काश ... कुछ  दिल  की  बातें , ये  नज़रें  न  समझ  पाती   :(...
     

Monday, March 21, 2011

ख्वाब और हकीकत ....


काश  कह  सकते  हम ,  की  वो  चाहते  हमे  हैं , ख़्वाबों  में  सजातें  हमे  हैं ,
मगर  हकीकत  तो  ये  है ,
न  तो  वो  चाहते  हमे  हैं , ना  ही  हम  उनके  सपने  सजाते  हैं ,
हम  तो  मुस्कान  देख  उनकी , ख्वाबों  की  दुनिया  में  बस  मिल  आते  उन्हें  है ,
फिर  सपनो  की  दुनिया  सजाते  खुद  ही  हैं....

तम्मनायें......



जानते  तो  ये  सब  है  मगर , दिल  पे  किस  का  ज़ोर  है,
उड़ता  है  पंख  लगा  कर , भटकता  हर  ओर  है ...

गम  नहीं  गर  तम्मनायें  अधूरी  रह  जायें , कुछ  हसीन  सपने  तो  हमने  देख  लिए ,
तम्मनाओं  के  बहलावे  में  आ  तो  गए , कुछ  हसीं  पल  जिंदगी  के  इस  बहाने  हमने  जी  ही  लिए...

Monday, March 14, 2011

कुछ अनकहा....


भूलना  चाहते  हैं  उस  दर्द  को , दुखता  है  जो  हर  दम ,
याद  उनकी  साथ  है , हंसी  में  उड़ा  देना  चाहते  हैं  हम ...
काश  हँसते -हँसते  दिल  की  ये  धड़कन  थम  जायें  किसी  रोज ,
इस  दिल  के  दर्द  की  भनक  न  होने  पाए  कभी  उनको ..... 

कुछ पल ....


कभी  याद  आये  जो  हम  तुम्हे , आंखें  बंद  कर  लेना ,
कुछ  हसीं  यादों  को ,  फिर  से  जी  लेना ...
मिलने  तो  न  पाएंगे  हम  कभी  भी  तुमसे ,
बंद  झरोखों  के  पीछे  छिप  कर ,  हम  से  मिलने  की  दुआ  ही  कर  लेना ...

Monday, March 7, 2011

इंतज़ार ...


पैगाम  आने  पर  हंसी  होंठों  पे  आती  है ,
आंखें  नम  हो  जाती  हैं, दिल  की  धड़कन  थम  जाती  है......

इंतज़ार  में  उनके  घड़ी  की  सुइयों  को  टक-टकी  लगा  देखते  हैं,
वो  आयेंगे,  इस  उम्मीद  में  पहले  दिन , और  फिर  रात  ढल  जाती  है......

उम्मीद...


आंसूं  को  समझ  पाते , तो  क्या  गम  था ,
दिल  की  बातें  जान  जाते , तो  गम  क्या  था...

हम  उम्मीद  में  बैठे  रहे , की  आओगे   तुम ,
इंतज़ार  को   हमारे  समझ  पाते , तो  क्या गम  था ....

Monday, February 28, 2011

कह नहीं सकते ......


किसी  की  यादों  में  हम  रहेंगे  की  नहीं, ये  कह  नहीं  सकते,
ज़िन्दगी  की  किताब  में  इक  पन्ना  बन  कर  रह  जायें, ये  मुमकिन  है,
बीते  पलों  को  याद  कर, कोई  नाम  लेगा हमारा, शायद,
आंसूं  कोई  बहायेगा  हमसे  जुदा  हो  कर, दिल  चाहता  तो  है,
ये  होगा  की  नहीं, ये  हम  कह  सकते ......

उम्मीद ....


आँखों के रस्ते, दिल में उतरने की तमन्ना रखते हैं,
दिल की धड़कन तेरी
पढ़
पाए, इस उम्मीद में हम जिया करते हैं,
आँखों ने तेरी वायेदे कियें थे जो, उस सरूर में जिए जाते हैं हम,
दिल की धड़कन ले रही होगी नाम हमारा, इस उम्मीद पर  दुनिया कायम है अब......