Tuesday, March 29, 2011

उनका ख्याल......


झुकी  आँखों  में  तस्वीर  छिपी  है  उनकी,
भीनी  मुस्कान  में,  बस  उन्ही  का  ख्याल  है,
हर  जगह,  हर  शक्स  में,  वो  दिखता  है  हमे,
ऐ, नींद  चुराने  वाले,  न  जाने  तेरा  कैसा  है,
हमारा  तो  रात -दिन  कुछ  अजीब  सा  हाल  है.....

निगाहों की जुबां ....


इस  दिल  की  बातें  गर  तेरी  आंखें  समझ  जाती ,
बिन  बोले  ही  दास्ताने   दिल  बयान  हो   जाती ,

उनसे  नज़रों   का   मिलना , मिल   कर  उनका  हमसे  नज़रें  चुरा  लेना,
काश ... कुछ  दिल  की  बातें , ये  नज़रें  न  समझ  पाती   :(...
     

Monday, March 21, 2011

ख्वाब और हकीकत ....


काश  कह  सकते  हम ,  की  वो  चाहते  हमे  हैं , ख़्वाबों  में  सजातें  हमे  हैं ,
मगर  हकीकत  तो  ये  है ,
न  तो  वो  चाहते  हमे  हैं , ना  ही  हम  उनके  सपने  सजाते  हैं ,
हम  तो  मुस्कान  देख  उनकी , ख्वाबों  की  दुनिया  में  बस  मिल  आते  उन्हें  है ,
फिर  सपनो  की  दुनिया  सजाते  खुद  ही  हैं....

तम्मनायें......



जानते  तो  ये  सब  है  मगर , दिल  पे  किस  का  ज़ोर  है,
उड़ता  है  पंख  लगा  कर , भटकता  हर  ओर  है ...

गम  नहीं  गर  तम्मनायें  अधूरी  रह  जायें , कुछ  हसीन  सपने  तो  हमने  देख  लिए ,
तम्मनाओं  के  बहलावे  में  आ  तो  गए , कुछ  हसीं  पल  जिंदगी  के  इस  बहाने  हमने  जी  ही  लिए...

Monday, March 14, 2011

कुछ अनकहा....


भूलना  चाहते  हैं  उस  दर्द  को , दुखता  है  जो  हर  दम ,
याद  उनकी  साथ  है , हंसी  में  उड़ा  देना  चाहते  हैं  हम ...
काश  हँसते -हँसते  दिल  की  ये  धड़कन  थम  जायें  किसी  रोज ,
इस  दिल  के  दर्द  की  भनक  न  होने  पाए  कभी  उनको ..... 

कुछ पल ....


कभी  याद  आये  जो  हम  तुम्हे , आंखें  बंद  कर  लेना ,
कुछ  हसीं  यादों  को ,  फिर  से  जी  लेना ...
मिलने  तो  न  पाएंगे  हम  कभी  भी  तुमसे ,
बंद  झरोखों  के  पीछे  छिप  कर ,  हम  से  मिलने  की  दुआ  ही  कर  लेना ...

Monday, March 7, 2011

इंतज़ार ...


पैगाम  आने  पर  हंसी  होंठों  पे  आती  है ,
आंखें  नम  हो  जाती  हैं, दिल  की  धड़कन  थम  जाती  है......

इंतज़ार  में  उनके  घड़ी  की  सुइयों  को  टक-टकी  लगा  देखते  हैं,
वो  आयेंगे,  इस  उम्मीद  में  पहले  दिन , और  फिर  रात  ढल  जाती  है......

उम्मीद...


आंसूं  को  समझ  पाते , तो  क्या  गम  था ,
दिल  की  बातें  जान  जाते , तो  गम  क्या  था...

हम  उम्मीद  में  बैठे  रहे , की  आओगे   तुम ,
इंतज़ार  को   हमारे  समझ  पाते , तो  क्या गम  था ....