Sunday, April 25, 2010

ख्वाब और नींद ....

रात के अँधेरे में ख्वाब करवट बदलते हैं,
दिल में छिप्पी सब हसरतों को दस्तक देतें हैं,
कभी गुदगुदाते, कभी दिल को मचलते हैं ,
कभी डराते, तो कभी हँसाते हैं

नींद की इस दुनिया में हर ख्वाब सच हो जाते हैं ....

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